
Bikaner : नर्सेज़ ने धरना देकर 4 मई तक दिया अल्टीमेटम, राज्यभर में आंदोलन की चेतावनी
जयपुर। विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के प्रांतीय आव्हान पर सोमवार को बीकानेर के गांधी पार्क में संभाग के गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू व बीकानेर के जिला पदाधिकारियों ने संभाग प्रभारी आदिराम के नेतृत्व में एक दिवसीय ध्यानाकर्षण धरना दिया। धरने में बड़ी संख्या में नर्सेज़, नîसग ट्यूटर, एएनएम, संविदा एनएचएम, एनआरएचएम कार्यकताã व पदाधिकारियों के साथ नर्सेज़ प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र राना, संघर्ष संयोजक गोवर्धन ख्यालिया, कुलविदर कौर, नर्सेज़ प्रदेश प्रतिनिधि जयपाल राना, नîसग ट्यूटर प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुंभज, प्रदेश उपाध्यक्ष महियाल चौधरी, महामंत्री कैलाश शर्मा, वित्त मंत्री बीपी सिह, जयपुर जिलाध्यक्ष अनेश सैनी, प्रवीण सैनी, प्रदेश मंत्री केके यादव, यजुवेंद्र यादव, श्रीकांत सोनी, मुकेश लोरा, शिवराम यादव, राकेश यादव, चेतन जोशी, वीरेंद्र शर्मा, सत्यवीर सोगरवाल ने धरने में भाग लिया। धरना स्थल पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया तथा आयोजित सभा में उपस्थित नर्सेज प्रतिनिधियों ने सरकार द्बारा लगातार नर्सेज की अनदेखी व नर्सेज की मांगों की उपेक्षा करने पर नाराजगी जताते हुए राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए 5 मई को कोटा में संभागीय धरने के साथ राज्य भर में भीषण आंदोलन की चेतावनी दी। इस अवसर पर 1 माह में नर्सेज की मांगों का समाधान करने की मांग करते हुए बीकानेर जिलाध्यक्ष श्रावण वर्मा, शहर अध्यक्ष आरिफ मोहम्मद, श्रीगंगानगर अध्यक्ष जेतकंवर गोयल, हनुमानगढ़ अध्यक्ष कुलविदर जीत कौर तथा संभाग प्रभारी आदिराम चौधरी के नेतृत्व में नर्सेज प्रतिनिधि मंडल द्बारा सम्भागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौपा।
धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र राणा ने बताया कि नर्सेज की प्रमुख ज्वलंत एवं लम्बित समस्याओं में केंद्र एवं अन्य राज्य के समान नर्सेज संवर्ग का पदनाम परिवर्तन, नियमित एव अनियमित समस्त नर्सेज कर्मियों को विगत 7 माह से बकाया भुगतान, कोरोना हार्ड ड्यूटी इंसेंटिव प्रोत्साहन राशि का भुगतान, समस्त संविदा/ नîसग कर्मियों की नियमितकरण की नीति, एनएचएम नर्सेज़ के मानदेय में वृद्धि, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, ड्रेस कोड में परिवर्तन, एएनएम / जीएनएम नîसग ट्यूटर संवर्ग की पदोन्नति पदों में वृद्धि, समयबंद पदोन्नति, चिकित्सक विहीन चिकित्सा केंद्रों पर प्राथमिक उपचार के अधिकार, 2०18 नर्सेज भर्ती में एक समान जॉइनिग तिथि, 12 घंटे संचालित होने वाले कोरोना वेक्सिनेशन सेंटर्स पर पर्याप्त संख्या में स्टाफ लगाने तथा नर्सेज संवर्ग की वेतन भत्तों संबंधित विसंगति का निस्तारण एवं कोविड टीकाकरण समय मे संशोधन इत्यादि 11 सूत्रीय मांगें लंबित है। जिनपर 18 मार्च को प्रमुख शासन सचिव से चर्चा भी हुई मगर अभी तक कोई समाधान नही हुआ, जिससे नर्सेज़ में तीव्र असंतोष व्याप्त है। अत: 4 मई तक समाधान नहीं किया तो आगामी 5 मई को कोटा में संभागीय धरने के साथ राज्य भर में होने वाले आक्रामक आंदोलन के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।
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