
Rajasthan Roadways: सेवानिवृत्त परिलाभों का भुगतान ना होने से आर्थिक संकट में हजारों रोडवेज कर्मचारी
जयपुर। राजस्थान रोडवेज के हजारों सेवानिवृत्त कार्मिक बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों का भुगतान नहीं होने से आर्थिक तंगी झेल रहे हैं। अपने हक़ के पैसे लिए इन्हे दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। सेवानिवृत्ति लाभों के भुगतान के अभाव में बढ़ते आर्थिक संकट के कारण इनके लिए जीवन यापन करना एवं वृद्धावस्था की बीमारियों के इलाज की दवाइयों का खर्च उठाना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। राजस्थान स्टेट रोडवेज एम्पलाईज यूनियन (एटक) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, परिवहन मंत्री प्रताप सिह खाचरियावास, रोडवेज अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश्वर सिह से जल्द से जल्द इन कर्मचारियों का बकाया भुगतान करने की मांग की है।
सेवानिवृत कार्मिक भुगतान के अभाव में हो रहे मौत के शिकार
राजस्थान स्टेट रोडवेज एम्पलाईज यूनियन (एटक) के प्रदेश अध्यक्ष एम.एल.यादव ने बताया कि अपने लाखों रुपए के बकाया सेवानिवृत्ति लाभों का भुगतान नहीं होने से आर्थिक तंगी झेल रहे रोडवेज के सेवानिवृत कार्मिक एक के बाद एक मौत का शिकार हो रहे हैं। प्राप्त सूचनाओं के अनुसार अप्रैल 2०21 से मई 2०21 के दो महिनों में ही 5० से ज्यादा ऐसे सेवानिवृत कार्मिक दुनियां से विदा हो गए। जरा संवेदनशील होकर सोचिए, आर्थिक संकट एवं परिवार के मुखिया की मौत के गम के चलते किस भारी मुसीबत में होंगे उनके परिवार?
चार हजार से ज्यादा सेवानिवृत कार्मिकों के 5०० करोड़ रुपए बकाया
यादव ने बताया कि अगस्त 2०16 से मई 2०21 तक 58 महिनों में औसत 4० साल की सेवा पर चार हजार से ज्यादा सेवानिवृत हुए कार्मिकों के 5०० करोड़ रुपये से अधिक के सेवानिवृत्ति लाभ बकाया हैं। कुल सेवानिवृत्ति लाभों में से एक सेवानिवृत कार्मिक के औसत 13 लाख रुपये बनते हैं। भुगतान नहीं होने की हालत में हर महिने सेवानिवृत होने वाले 8० से 1०० कार्मिकों के सेवानिवृत्ति लाभों के 1० से 13 करोड़ रुपये का भार बढ़ता जाएगा।
बकाया सेवानिवृत्ति लाभों में प्रत्येक वर्ष की सेवा पर 15 दिवस के वेतन की दर से ग्रेच्यूटी, सेवानिवृति के समय बकाया रहे उपार्जित अवकाशों, पांचवे - छठे वेतन आयोग के वेतनमानों में वेतन निर्धारणों, बस संचालन से जुड़े कार्मिकों से आठ घंटों से अधिक कार्य लेने, बकाया साप्ताहिक विश्रमों आदि की राशि शामिल है।
यादव के अनुसार सेवानिवृत कार्मिकों में से 9० प्रतिशत से ज्यादा वे कार्मिक हैं, जिन्हें अंशदायी भविष्य निधि योजना का सदस्य होने से केंद्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से औसत दो हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है।
यादव ने कहा कि राज्य सरकार एवं रोडवेज प्रबंधन आतिशीघ्र सेवानिवृत कार्मिकों के बकाया सेवानिवृत्ति लाभों का एकमुश्त भुगतान करने के लिए समयबद्ध योजना बनाकर घोषित करें। तब तक हर महिने एक माह के सेवानिवृत्ति लाभों का भुगतान शुरू करें, ताकि आगे भार नहीं बढ़े।
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