उदयपुर में मिली नई प्रजाति की बैबलर चिड़िया

उदयपुर में मिली नई प्रजाति की बैबलर चिड़िया

 


पफ थ्रोटेड बैबलर की राजस्थान में पहली उपस्थिति दर्ज


उदयपुर। एक नई प्रजाति की बैबलर चिड़िया की खोज के रूप में राजस्थान की समृद्ध जैव विविधता में हाल ही में एक नया नाम और जुड़ गया है और इसका श्रेय उदयपुर को जाता है। खोजा गया यह एक छोटा रेजीडेंट पक्षी पफ थ्रोटेड बैबलर है, जिसका वैज्ञानिक नाम पेलोर्नियस रूफीसेप्स है। उदयपुर जिले में स्थित फुलवारी की नाल वन्यजीव अभयारण्य के गामड़ा की नाल में यह नई प्रजाति की चिड़िया मिली है। उदयपुर के पक्षी विज्ञानी डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि यह एक वेबलर वर्ग का सदस्य है। जिसकी चोंच एवं पैर ललाई लिए हुए हल्के गुलाबी होते हैं। सिर का रंग हल्का चॉकलेटी तथा पीठ का रंग हल्का काला, गला एकदम सफ़ेद तथा छाती पर टूटती गहरी धारियां होती है। आंख के ऊपर सफ़ेद रंग की धारी काली लंबी होकर पीेछे गर्दन तक फैली रहती है। यह जोड़े या छोटे दलों में रहकर जंगल में नीचे गिरी पड़ी पत्तियों के झुरमुट में भूमि पर पड़े कीडे-मकौड़े खाती है। इस प्रकार की प्रजाति गुजरात के विजयनगर स्थित पोलो फोरेस्ट में मिली है।


यह बैबलर प्रजाति भारत के सतपुड़ा बिहार एवं उड़ीसा के पठारी क्षेत्र, पूर्वी एवं पश्चिमी घाट के क्षेत्र, राजमहल पहाडिया (मध्य पश्चिमी बिहार), केरल के पलक्कड (पालघाट) क्षेत्र, चितेरी पहाड़िया आदि क्षेत्रों में पाई जाती है।


 

0 Response to "उदयपुर में मिली नई प्रजाति की बैबलर चिड़िया"

एक टिप्पणी भेजें

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article